पिछले साल राम जन्म भूमि पूजन के बाद आयोध्या में बनने वाले राम मंदिर निर्माण कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा है राम मंदिर निर्माण का निधी समर्पण अभियान पूरा हो गया है । इस अभियान से जितना निधी आया है वह उम्मीद से कहीं ज्यादा है. यहां तक कि जितना पैसा इकट्ठा हुआ है उससे सिर्फ राम मंदिर निर्माण ही नहीं बल्कि आसपास के पूरे इलाके को विकसित करने में मदद मिलेगी. इस लिए प्रभु श्री राम मंदिर के साथ साथ राम जन्म भूमि आयोध्या नगरी का भी नवनिर्माण होगा ।
इस सब के बीच अभी भी समाज के अलग-अलग तबकों से लोग सामने आ रहे हैं जो अयोध्या में बनने वाले भव्य राम मंदिर के लिए सहयोग राशि दे रहे हैं. साथ ही इसमें अलग-अलग धर्मों से जुड़े हुए लोग भी शामिल है.
निधि समर्पण अभियान से जुड़े विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार का कहना है कि 44 दिनों तक चले इस अभियान के बाद श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पास जितना पैसा पहुंचा है वह उम्मीद की गई पैसे से कहीं ज्यादा है. हालांकि आलोक कुमार ने उन खबरों को बेबुनियाद बताया जिसमें 2100 करोड़ रुपए राम मंदिर निर्माण के लिए इकट्ठा हुआ पैसा उम्मीद से ज्यादा, 2024 तक मंदिर निर्माण पूरा करने लक्ष्य करने की बात कही गई थी वीएचपी के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार का कहना है कि 2100 करोड़ों रुपए की बात सही नहीं है क्योंकि जो समर्पण राशि इस अभियान के तहत जुटाई गई है वह उससे कहीं ज्यादा है।
पिछले साल 5 अगस्त 2020 को राम मंदिर भूमिपूजन देश के प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी के शुभ हातों से हुआ था लेकिन कोविड महामारी के चलते कार्यक्रम को सिर्फ चुनिंदा साधु संत ओर महंत को ही अनुमति मिली थी ओर शाहिद कार सेवक के परिवार सहित सभी राम भक्तों को इस शुभ कार्यक्रम का अपनी आँखों से देखना संभव नहीं हो पाया था
इस दिन तक पूरा होगा भव्य राम मंदिर निर्माण
आलोक कुमार के मुताबिक इस अभियान के तहत जो पैसा राम मंदिर निर्माण के लिए इकट्ठा हुआ निधी उम्मीद से ज्यादा है , मार्च 2024 से पहले प्रभु श्री राम का भव्य मंदिर निर्माण पूरा करने लक्ष्यहुआ है ।
अतिरिक्त निधी संकलन के बाद अब मंदिर का नक्शा होगा ओर भी भव्य
आलोक कुमार जी ने बताया है की अतिरिक्त निधी संकलन के बाद अब प्रभु श्री राम का नंदिर ओर भी भव्य बनाने के लिए ब्लू प्रिन्ट तयार की जा रही है ओर राम मंदिर के साथ मे ही अब राम मंदिर के करीब ही एक बड़ा आधुनिक संग्रहालय भी होगा।
वही भव्य मंदिर परिसर मे सत्संग भवन, एमफी थियेटर, लंगर भवन, यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए इंतजाम, लाइब्रेरी, रिसोर्स सेंटर, कन्वेंशन सेंटर आदि के निर्माण और रखरखाव में भी किया जाएगा.
हालांकि आलोक कुमार ने यह जानकारी भी दी है कि राम मंदिर को लेकर जो शुरुआती नक्शा तैयार किया गया था अब उसमें थोड़ा बदलाव हो रहा है. उसकी वजह यह है कि नींव को लेकर जो रूपरेखा तैयार की गई थी उसमें कुछ तकनीकी दिक्कतें आई थी जिसके बाद अब एक नए सिरे से नींव रखने का काम किया जाएगा और इसी वजह से राम मंदिर के निर्माण पर अभी कितना पैसा खर्च होगा उसका आकलन पूरी तरह से नहीं हो पाया है.
भले ही मंदिर निर्माण पर कितना पैसा खर्च होगा इसको लेकर अभी गणना की ही जा रही है लेकिन इस सबके बीच मंदिर निर्माण में इस्तेमाल होने वाले पत्थर और खंभों को तराशे जाने का काम जोरों शोरों से चल रहा है. जैसे ही नींव डालने का काम पूरा होगा मंदिर का निर्माण ज़ोर शोर से शुरू हो जाएगा.
निधि समर्पण अभियान के बाद अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर निर्माण के लिए जिस पैसे की जरूरत थी वह राम मंदिर निर्माण के लिए इकट्ठा हुआ पैसा उम्मीद से ज्यादा, 2024 तक मंदिर निर्माण पूरा करने लक्ष्यहो चुका है. ऐसे में अब उम्मीद यही की जा रही है कि जल्द से जल्द अब निर्माण काम तेजी से होगा और कोशिश यही है कि साल 2024 तक यह निर्माण का काम पूरा कर लिया जाए और राम लला के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को प्रभु श्रीराम के दर्शन हो सकें.